Tuesday, June 23, 2015

चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है (हसरत जयपुरी)

चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना
चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना

चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना चले जाना

अभी आये हो बैठो तो ये मौसम भी सुहाना है (2)
अभी तो हाल-ए-दिल तुमको निगाहों से सुनाना है 
नज़र प्यासी ये दिल प्यासा, किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना चले जाना

हसीन झरनों के साये में अकेला छोड़ जाते हो (2)
हमारे दिल को आख़िर किस लिए तुम तोड़ जाते हो
जरा दम लो कहा मानो, किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना चले जाना

हमारी जान हो तुम भी अगर चल दिन तो फिर क्या है (2)
तुम्हारे बिन बहारो में खुशी क्या है मज़ा क्या है
ओ जानेमन न जाओ तुम, किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना चले जाना

कसम खाती हूँ मैं अपनी तुम्हे अब ना सताउंगी (2)
तुम्हारी बात जो भी हो वही मैं मान जाउंगी
भरी आँखें रुकी साँसे, किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना 
चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना

चले जाना जरा ठहरो किसी का दम निकलता है
ये मंज़र देखकर जाना चले जाना

Film: Around the World (1967)
Singers: Mukesh, Sharada
Music Director: Shankar Jaikishan
Lyricist: Hasrat Jaypuri

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